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अमित शाह के समझाने पर भी नहीं माने, MP में इन सीटों पर भाजपा को बागियों से मिल रही चुनौती

मध्य प्रदेश में चुनाव मैदान में भाजपा को सत्ता बरकरार रखने के लिए कांग्रेस के साथ अपने बागियों की चुनौती का भी सामना करना पड़ रहा है। टिकट न मिलने से नाराज नेता लगभग दर्जन भर सीटों पर पार्टी के समीकरण प्रभावित कर सकते हैं। इनमें से कुछ ने तो दूसरे दलों का दामन भी थाम लिया है। भाजपा नें प्रदेश में अपनी सत्ता बरकरार रखने के लिए तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत सात सांसदों को भी चुनाव मैदान में उतारा है, ताकि जीत सुनिश्चित की जा सके। हालांकि उसे कई सीटों पर अपने ही बागियों का सामना करना पड़ रहा है।

हाल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के सभी संभागों का दौरा कर कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया था। इस दौरान उन्होंने नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने की भी बात की थी और बागियों की ज्यादा परवाह न करने को कहा था। दरअसल, भाजपा के राज्य व केंद्र के नेताओं ने बागी नेताओं को समझाने बुझाने की काफी कोशिश की, लेकिन कुछ नेताओं ने निर्दलीय और कुछ ने दूसरे दलों का दामन थाम कर चुनाव लड़ने का फैसला किया। ऐसे में पार्टी इन सीटों को लेकर काफी सतर्कता भी बरत रही है।

जिन सीटों पर उसे बागी नेता दिक्कत पहुंचा सकते हैं उनमें बुरहानपुर, निवाड़ी, जबलपुर उत्तर मध्य, टीकमगढ़, मुरैना, लहार, बड़वारा, सीधी व भिंड शामिल हैं।

बुरहानपुर सीट पर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार चौहान के बेटे हर्षवर्धन सिंह बागवत कर चुनाव मैदान में है। पार्टी ने यहां पर पिछली बार चुनाव हारी अर्चना चिटनीस को ही फिर से टिकट दिया है। निवाड़ी सीट पर पार्टी टिकट न मिलने से नंदराम कुशवाहा निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पार्टी प्रत्याशी अनिल जैन की दिक्कतें बढ़ी हैं। जबलपुर उत्तर मध्य में कमलेश अग्रवाल बागवत कर चुनाव लड़ रहे हैं। टीकमगढ़ सीट पर पूर्व विधायक के के श्रीवास्तव इस्तीफा देकर चुनाव मैदान में उतर गए हैं।

मुरैना सीट पर पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह के बेटे राजेश सिंह पार्टी का टिकट न मिलने से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। रुस्तम सिंह ने भी बेटे के लिए बसपा का दामन थाम लिया है। लहार सीट पर पिछली बार चुनाव लड़े रसाल सिंह इस बार बसपा से चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी ने यहां पर उनकी जगह अंबरीष शर्मा को टिकट दिया है।

बड़वारा सीट पर पूर्व मंत्री मोती कश्यप और सीधी सीट पर पेशाब कांड में चर्चित केदारनाथ शुक्ल टिकट न मिलने से बगावत कर चुनाव लड़ रहे हैं। सीधी से भाजपा ने सांसद रीति पाठक को चुनाव मैदान में उतारा है। भिंड सीट पर भाजपा ने नरेंद्र सिंह कुशवाह को टिकट दिया है। यहां पर मौजूदा विधायक संजीव सिंह कुछ समय पहले बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे, लेकिन टिकट न मिलने पर वह वापस बसपा में चले गए हैं। अब वह बसपा से चुनाव लड़ रहे हैं।

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