कर्मकाण्डीय विप्र परिषद्, द्वारा सामूहिक पितृ तर्पण कार्यक्रम का आयोजन 2 अक्टूम्बर को
कर्मकाण्डीय विप्र परिषद्, द्वारा सामूहिक पितृ तर्पण कार्यक्रम का आयोजन 2 अक्टूम्बर को
नीमच। श्री कर्मकाण्डीय विप्र परिषद्, नीमच के तत्वावधान में सर्वपितृ अमावस्या के पावन पर्व पर पितृ दोष की शान्ति एवं पितृ कृपा प्राप्ति के लिए विशाल सामूहिक भव्य पितृ तर्पण कार्यक्रम का आयोजन 2 अक्टूम्बर को किया जा रहा है।जिसको लेकर कर्मकाण्डीय विप्र परिषद् सदस्य गुरुवार को मीडिया से रूबरू हुवे, इस दौरान पं. राधेश्याम उपाध्याय अध्यक्ष,पंडित महेश शर्मा,पंडित प्रेम प्रकाश गोड, पंडित राम अवतार शर्मा पंडित लक्ष्मण शास्त्री पंडित दिनेश शर्मा,पंडित पंडित सुनील शर्मा पंडित चंचल शर्मा पंडित घनश्याम शास्त्री,पं. लक्ष्मण शास्त्री. पं. जगदीशप्रसाद शर्मा पं. रामेश्वर शर्मा ने सयुक्त रूप से जानकारी देते हुवे बताया कि कर्मकाण्डीय विप्र परिषद् द्वरा सामूहिक पितृ तर्पण कार्यक्रम का आयोजन 2 अक्टूम्बर को स्टेशन रोड स्थित कालका माता मंदिर परिसर में प्रातः 6:30 बजे किया जाएगा जिसको लेकर पंजीयन भी किया जा रहे हैं अब तक 50 से अधिक पंजीयन हो चुके हैं विश्व परिषद द्वारा यह आयोजन पूजा सामग्री के नॉमिनल शुल्क 100 मात्रा में किया जा रहा है।
तर्पण कार्य सिर्फ पुरुष वर्ग ही कर सकेंगे।प्रत्येक व्यक्ति पर कुछ ऋण होते हैं उनमें से तीन प्रमुख होते हैं- देवऋण, ऋषि ऋण, मनुष्य और पितृ ऋण इन समस्त ऋणों से मुक्ति एवं पितृ दोष शान्ति व पितृ कृपा प्राप्ति हेतु तर्पण कार्य सर्वश्रेष्ठ साधन है। जिसमें हम देवताओं,ऋषियों, मनुष्यों एवं पितरों के साथ ही प्राणी मात्र को विधानानुसार प्रमाणिक विधि से चावल के जल से, जो के जल से, तिल के जल से, दूध-गंगाजल मिश्रण से आदरांजली प्रस्तुत करते हैं।
पितृ दोष के कारण घर में अशान्ति, हर कार्य में रूकावटें गृह क्लेश, आर्थिक हानि, मानसिक अशांति होना, संतान होने में बाधाएँ, दाम्पत्य जीवन में तनाव, शारीरिक कष्ट, बार-बार दुर्घटनाओं का लक्षण दिखाई देते हैं। पितृदोष की शांति के अनेक उपाय हैं उनमें से पितृ तर्पण एक सशक्त और कारगर उपाय है। यह आयोजन 2 अक्टूबर 2024, बुधवार प्रातः ठीक 6.30 बजे से किया जाएगा। जिसमें विप्र परिषद के विद्वान पंडित मौजूद रहकर तर्पण का कार्य कराएंगे।