एमपी में कांग्रेस का क्या करना है? अखिलेश से पूछने भोपाल से सपा नेता लखनऊ पहुंचे, मिला ये जवाब
ऐप पर पढ़ें
Samajwadi party in Madhya Pradesh Assembly Election: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस-सपा के बीच शुरू हुई नाराजगी के बाद अगला स्टैंड क्या होगा? यह जानने के लिए रविवार को भोपाल से सपा नेता लखनऊ पहुंचे। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को लेकर क्या करना है इस बारे में मध्यप्रदेश के सपा प्रदेश अध्यक्ष समेत कई नेताओं ने अखिलेश यादव से मिलकर बातचीत की। साथ ही पूछा कि एमपी में सपा कितनी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी? और कांग्रेस को लेकर आगे क्या करना है? मध्यप्रदेश चुनाव को लेकर सपा प्रमुख और एमपी के सपा नेताओं के बीच घंटों बातचीत चली। सपा नेताओं से बातचीत के दौरान अखिलेश यादव ने फैसला लिया है कि मध्यप्रदेश में करीब 50 सीटों पर समाजवादी पार्टी चुनाव लड़ेगी। सपा प्रमुख ने कहा है कि फिलहाल एमपी में घोषित सभी 33 प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाने की तैयारी की जाए। जल्द ही सपा उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी करेगी। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा नेताओं से कहा है कि सपा मध्यप्रदेश में करीब 50 प्रत्याशी उतारना चाहती है।
अखिलेश यादव के पास आया मैसेज किसका? सपा प्रमुख बोले-हमें कांग्रेस की बात माननी ही पड़ेगी
सपा ने एमपी में 9 उम्मीदवारों की जारी की थी पहली लिस्ट
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने 15 अक्टूबर को पहली लिस्ट जारी की थी, जिसमें नौ उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी। सपा ने जिन नौ उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया था उनमें, निवाड़ी विधानसभा सीट से- श्रीमती मीरा दीपक यादव, राजनगर विधानसभा सीट से- श्री बृजगोपल पटेल उर्फ बबलू पटेल, भाण्डेर विधानसभा सीट से- श्री डी. आर राहुल (अहिरवार), धौहानी विधानसभा सीट से- श्री विश्वनाथ सिंह मरकाम, चितरंगी विधानसभा सीट से- श्री श्रवण कुमार सिंह गोंड, सिरमौर विधानसभा सीट से- श्री लक्ष्मण तिवारी, बिजावर विधानसभा सीट से- डॉक्टर मनोज यादव, कटंगी विधानसभा सीट से- श्री महेश सहारे, सीधी विधानसभा सीट से- श्री रामप्रताप सिंह यादव शामिल हैं।
इंडिया गठबंधन पर नरम दिखे अखिलेश, बोले- कांग्रेस कहेगी कि सपा की जरूरत है तो मना नहीं करेंगे
कांग्रेस से क्यों नाराज हो गए थे अखिलेश
कुछ दिन पहले मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस ने एक मीटिंग बुलाई थी। मीटिंग एमपी चीफ कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की अगुवाई में हुई थी। मीटिंग में सपा नेताओं को भी बुलाया गया। रात एक बजे तक मीटिंग चलने के बाद भी सीटों को लेकर कोई निष्कर्स नहीं निकला था। कांग्रेस ने मीटिंग में सपा को छह सीटें दी थीं, जिसके बाद से सपा में कांग्रेस के प्रति विरोध के स्वर फूट गए थे। अगले दिन अखिलेश यादव ने कांग्रेस को लेकर कड़ी नाराजगी जताई थी। इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को लेकर भी तीखी बयानबाजी जारी की थी।
एक मैसेज के बाद नरम पड़ गए थे अखिलेश
कांग्रेस की ओर से मनमुताबिक सीटें न मिलने से नाराज सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस को रायबरेली और अमेठी को लेकर धमकी भी दी थी। अखिलेश की ये धमकी जब कांग्रेस के हाईकमान तक पहुंची तो उनकी ओर से सपा प्रमुख के पास एक मैसेज भेजा गया। कांग्रेस की ओर से मैसेज आने के बाद अखिलेश नरम पड़ गए। अखिलेश ने इस दौरान कांग्रेस की बात मानने की हामी भी भर दी।