दशा माता पूजन में महिला श्रद्धालुओं ने की दशा माता की पूजा-अर्चना*

*गाँधीसागर (पूरन माटा )* श्रीराम मंदीर , शीतला माता मंदीर एवं पंपिग वाले शिव मंदीर गाँधीसागर 8 में आयोजित दशा माता पूजन समारोह में महिला श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।यह व्रत चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को मुख्य तौर पर सौभाग्यवती स्त्रियों द्वारा रखा जाता है। इससे घर में सुख-समृद्धि आती है और घर की दिशा और दशा में सकारात्मक परिवर्तन होता है। माना जाता है कि दशा माता व्रत करने से घर की दरिद्रता खत्म होती है और अनिष्ट कारक ग्रहों की दशा शांत होती है। इस दिन कच्चे सूत के धागे का काफी महत्व है, जिसे दशा माता का डोरा कहा जाता है। दशा माता व्रत के दिन कच्चे सूत के 10 तार के डोरे में 10 गांठ लगाई जाती हैं। इसके बाद पीपल के पेड़ पर इसकी पूजा की जाती है। इस डोरे की पूजा करने के बाद महिलाएं इसे पूरे साल पहनती हैं। महिलाओ ने दशा माता की पूजा-अर्चना की गई और श्रद्धालुओं ने आशीर्वाद प्राप्त किया।