जिले के शासकीय विद्यालयों के दिव्यांग विद्यार्थियो ने किया गांधी सागर बांध व केदारेश्वर मंदिर का एक्सपोजर विजिट

जिले के शासकीय विद्यालयों के दिव्यांग विद्यार्थियो ने किया गांधी सागर बांध व केदारेश्वलर मंदिर का एक्सपोजर विजिट

जिले के शासकीय विद्यालयों के दिव्यांग विद्यार्थियो ने किया गांधी सागर बांध व केदारेश्वर मंदिर का एक्सपोजर विजिट 
समग्र शिक्षा अभियान (सेकेंडरी एजुकेशन) के अंतर्गत जिला शिक्षा कार्यालय, नीमच द्वारा विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर एक सराहनीय एवं प्रेरणादायी पहल करते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पुरस्कार प्राप्त करने वाले दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए एक्सपोजर विजिट का आयोजन किया गया। यह शैक्षणिक भ्रमण दिनांक 21 दिसंबर 2025 को मध्यप्रदेश के महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक स्थल गांधी सागर बांध एवं केदारेश्वेर मदिर में संपन्न हुआ।
इस विशेष आयोजन में जिले के विभिन्न शासकीय विद्यालयों से चयनित 14 दिव्यांग विद्यार्थी तथा उनके अभिभावक ने सहभागिता की। चयनित सभी विद्यार्थी शैक्षणिक, सह-शैक्षणिक, खेल, सांस्कृतिक गतिविधियों अथवा अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर चुके हैं तथा विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर उन्हें सम्मानित किया गया है। इन विद्यार्थियों के लिए यह एक्सपोजर विजिट एक प्रोत्साहन के रूप में आयोजित की गई , जिससे उनके आत्मविश्वास में वृद्धि हो और वे आगे भी बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित हों।
समग्र शिक्षा अभियान का मूल उद्देश्य समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देना है, जिसमें प्रत्येक विद्यार्थी, विशेषकर दिव्यांग विद्यार्थी, को समान अवसर, संसाधन एवं सहयोग प्रदान किया जाता है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए इस प्रकार के शैक्षणिक भ्रमण आयोजित किए जाते हैं, ताकि विद्यार्थी केवल पुस्तकिय ज्ञान तक सीमित न रहें, बल्कि व्यावहारिक अनुभवों के माध्यम से सीख सकें। गांधी सागर बांध जैसे महत्वपूर्ण स्थल का चयन इसी दृष्टि से किया गया है।
गांधी सागर बांध चंबल नदी पर निर्मित एक प्रमुख बहुउद्देशीय परियोजना है, जिसका उपयोग जलविद्युत उत्पादन, सिंचाई तथा क्षेत्रीय विकास के लिए किया जाता है। इस एक्सपोजर विजिट के दौरान विद्यार्थियों को बांध के निर्माण का इतिहास, उसकी संरचना, कार्यप्रणाली, जल प्रबंधन प्रणाली तथा पर्यावरणीय महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। विशेषज्ञों एवं मार्गदर्शकों द्वारा सरल भाषा में जानकारी प्रदान की गई, जिससे दिव्यांग विद्यार्थी आसानी से समझ सकें और अपनी जिज्ञासाओं का समाधान कर सकें।
भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों जिला शिक्षा अधिकारी श्री एस.एम.मांगरिया व ए.डी.पी.सी. श्री प्रलय कुमार उपाध्याय ने यह भी बताया गया कि किस प्रकार बड़े बांध देश की अर्थव्यवस्था, कृषि विकास एवं ऊर्जा उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इससे विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण, पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशीलता तथा राष्ट्रीय संसाधनों के संरक्षण की भावना विकसित होगी। इस प्रकार का प्रत्यक्ष अनुभव विद्यार्थियों के ज्ञान को स्थायी बनाता है और उनके सीखने की प्रक्रिया को अधिक रोचक एवं प्रभावी बनाता है।
इस एक्सपोजर विजिट की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें विद्यार्थियों के साथ उनके अभिभावक भी सम्मिलित हुए। अभिभावकों की सहभागिता से न केवल विद्यार्थियों को मानसिक एवं भावनात्मक संबल मिला, बल्कि अभिभावक भी अपने बच्चों की क्षमताओं को और बेहतर ढंग से समझ सकेंगे। इससे परिवार एवं विद्यालय के बीच सहयोग की भावना सुदृढ़ होगी, जो दिव्यांग विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।
जिला शिक्षा कार्यालय, नीमच द्वारा इस भ्रमण की सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई । सुरक्षित एवं सुगम परिवहन, पौष्टिक भोजन, प्राथमिक चिकित्सा, दिव्यांग अनुकूल सुविधाएं तथा प्रशिक्षित शिक्षकों एवं अधिकारियों की उपस्थिति की व्यवस्था की गई है। पूरे भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों की सुरक्षा एवं सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया, ताकि सभी प्रतिभागी इस यात्रा का भरपूर आनंद ले सकें।
समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत इस प्रकार के आयोजन यह दर्शाते हैं कि शिक्षा केवल कक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज, प्रकृति एवं ऐतिहासिक स्थलों से सीखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए ऐसे आयोजन उनके भीतर आत्मनिर्भरता, आत्मसम्मान एवं सामाजिक सहभागिता की भावना को मजबूत करते हैं। यह उन्हें यह विश्वास दिलाते हैं कि वे भी समाज की मुख्यधारा का अभिन्न हिस्सा हैं और अपनी प्रतिभा के बल पर किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर आयोजित यह एक्सपोजर विजिट न केवल एक शैक्षणिक भ्रमण है, बल्कि यह दिव्यांग विद्यार्थियों के प्रति समाज की सकारात्मक सोच एवं संवेदनशीलता का प्रतीक भी है।
दिव्यांकग एक्सपोजर विजिट को सफल बनाने हेतु जिला समोवशी समन्वयक श्री राजेश मलिक, श्री भेरूलाल बेकुदिया,श्री दशरथ बाडीका,श्रीमती सोनू अहीर व श्री बद्रीलाल जाटव समावेशी शिक्षक उ.मा.वि. आंतरी का विशेष योगदान रहा ।

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