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सखलेचाजी ने दे दिया बीस साल का लेखा – जोखा , जावद के लिए आपने क्या किया, बुद्धि पर खुदगर्जी की पट्टी बांध कर परदेसी की तरह कभी – कभार जावद आने वालों को कैसे दिखेगा बीस साल में हुआ विकास

भाजपा पदाधिकारियों का जावद के काँग्रेस प्रत्याशी समंदर पटेल से सवाल –
सखलेचाजी ने दे दिया बीस साल का लेखा – जोखा , जावद के लिए आपने क्या किया
 बुद्धि पर खुदगर्जी की पट्टी बांध कर परदेसी की तरह कभी – कभार जावद आने वालों को कैसे दिखेगा बीस साल में हुआ विकास

जावद । भाजपा के नीमच जिला उपाध्यक्ष श्याम काबरा और जिला महामंत्री अशोक सोनी विक्रम ने यहां जारी बयान में कहा कि , जावद के भाजपा प्रत्याशी ओमप्रकाश सखलेचा ने न केवल अपने बीस वर्षीय विधायक कार्यकाल के दौरान क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास के सफल प्रयास किये हैं वरन एक जिम्म्मेदार जन – प्रतिनिधि की तरह जनता के बीच अपने कार्यों का ब्यौरा भी प्रस्तुत किया हैं । काँग्रेस प्रत्याक्षी समंदर पटेल की समस्या यह है कि उन्होंने बुद्धि पर खुदगर्जी की पट्टी बांध रखी है और वह केवल मतलब के लिए ही जावद आते हैं इसीलिए उनको सच्चाई नज़र नही आती।

उल्लेखनीय हैं कि जावद के भाजपा प्रत्याशी ओमप्रकाश सखलेचा ने हाल ही में अपने कार्यकाल के दौरान क्षेत्र एवं जन – हित में किये गए कार्यों का तथ्यात्मक विवरण जनता के समक्ष प्रसारित किया हैं । इस बीच काँग्रेस प्रत्याशी श्री पटेल का यह सवाल सामने आया कि विधायक के रूप में बीस सालों में जावद को कोई विशेष सौगात दिलाना तो दूर कुछ काम नहीं किया है ।
भाजपा के जिला स्तरीय पदाधिकारी श्याम काबरा एवं अशोक सोनी विक्रम ने पलटवार करते हुए कहा कि , श्री पटेल के लिए जावद दरअसल केवल कुर्सी पाने का जरिया भर है ।

उनके लिए यहां के हितों , समस्याओं और विकास के तथ्यों का कोई मायने नहीं हैं । केवल धनबल के सहारे जावद पर कब्जा करने का थोथा ख्वाब देख रहे पटेल साहब के पास भाजपा प्रत्याशी श्री सखलेचा की काबलियत , कार्य क्षमता , उपलब्धियां और जनता के स्नेह – विश्वास की अकूत निधि का मुकाबला करने की क्षमता तथा प्रामाणिक तथ्य ही नहीं हैं और इसीलिए वह नित – नये असंगत आरोप लगा रहें हैं ।

नेताद्वय ने कहा कि , जब कोई शख्स बुद्धि पर खुदगर्जी की पट्टी बांध कर तथ्यों की बात करता हैं तो उनको जावद क्षेत्र के लिए देश का केवल सातवां और भोपाल में स्वीकृति के बाद आउट ऑफ वे जाकर सखलेचाजी द्वारा सप्रयास जावद लाये प्रदेश के सबसे पहले बायोटेक्नोलॉजी पार्क की उपलब्धि बड़ी नहीं लगती । अरबों रु लागत से प्रचलित जल जीवन योजना के जरिये जावद क्षेत्र के सभी गांवों में घर – घर नलों से चम्बल का पानी पहुंचाने की योजना खास नहीं लगती । इसी तरह जावद और नीमच अंचल के सभी खेतों तक चम्बल का पानी पहुंचाने 3200 करोड़ रु लागत की माइक्रो सिंचाई योजना का महत्व नहीं लगता ।

श्री सखलेचा के उद्यम से जावद क्षेत्र सौर ऊर्जा उत्पादन का प्रमुख केंद्र बना , सिंचाई का रकबा दो गुना से अधिक हुआ , रतनगढ़ – सिंगोली घाट के सुधार की मांग पूरी हुई , अरबों की लागत से सड़कों का जाल बिछा – सुधार हुआ , करोड़ो रु की लागत से जावद में औद्योगिक क्षेत्र और केशरपुरा में क्लस्टर निर्माण भावी विकास का आधार बनेगा , स्कूल – कॉलेजों में प्रगति साफ झलकने लगी , प्रदेश के आखरी छोर पर बसी विधानसभा क्षेत्र के विद्यार्थी नीट और जेईई की परीक्षा में उतीर्ण होकर सम्मान बढ़ा रहें हैं लेकिन समंदर जी है कि , उनको कुछ लगता ही नहीं ।

जावद क्षेत्र में नियमित स्वास्थ्य सुविधा अभियान के तहत 1.50 लाख व्यक्तियों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण तथा डाटा संधारण का अभिनव कार्य हुआ , आंगनवाड़ी विकास , शिक्षा प्रबंधों का आधुनिकीकरण और विभिन्न क्षेत्रों में सखलेचाजी के नवाचार तथा उपलब्धियों की चर्चा और सराहना देश – प्रदेश में हो रही हैं बस समंदर जी हैं जिनको दिखता है कि कुछ हुआ नहीं । भाजपा नेताओं ने कहा कि , समंदर जी का कोई दोष नहीं ।

अब जो व्यक्ति प्रदेशाध्यक्ष के सामने चार लाइन का भाषण भी किसी ओर का लिखा हुआ पढ़े उनसे बड़े कार्यों का मूल्यांकन की अपेक्षा ही व्यर्थ  हैं । नेता द्वय ने कहा कि , विकास सालों – साल चलने वाली अनवरत प्रक्रिया है और संतोष की कोई सीमा तय नहीं कि जा सकती । मुख्य बात यह है कि निर्वाचित प्रतिनिधि ने अपेक्षाओं और भरोसे की कसौटी पर खुद को कितना खरा साबित किया है । इस दृष्टिकोण से श्री सखेलचा ने यह सिद्ध किया है

जावद क्षेत्र तथा यहां के जन – जन  के प्रति उनकी निष्ठा , समर्पण और प्रयासों को लेकर कोई संशय..कोई सवाल नहीं हैं । उन्होंने अपने कार्यो का विवरण और भविष्य की सुविचारित कार्य योजना जिम्मेदारी से प्रस्तुत की हैं । अगर समंदर जी ने नहीं देखा , समझा और बेतुके आरोप के जरिये सत्य को नकारने का सिलसिला छेड़ा है तो यह जनता सब समझती हैं ।

नेता द्वय ने कहा कि , अब वस्तुतः चुनाव के समय विधायक बनने की खुदगर्जी में जावद का सगा बन कर असंगत सवाल उठाने वाले समंदर पटेल को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने जावद क्षेत्र के लिए क्या किया हैं..? पिछ्ले चुनाव में काँग्रेस को कोसने और फिर पिछले साढ़े तीन सालों तक भाजपा के साथ रह कर सरकार के गुणगान गाने वाले समंदर जी को अब खुदगर्जी के कारण सब खराब लगने लगा है तो क्या कहा जा सकता हैं । अब बात बात पर उंगली उठा रहे समंदर जी ने  अभी तक मौन क्यों धारण कर रखा था..?

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